आरती देवी स्कंदमाता की
यह आरती देवी स्कंदमाता को समर्पित है । देवी स्कंदमाता पार्वती के नौ अवतारों में से एक है । और नवरात्रि के पाँचवे दिन इनकी पूजा की जाती है ।
॥ आरती देवी स्कन्दमाता जी की ॥
1- जय तेरी हो स्कन्द माता ।
पांचवां नाम तुम्हारा आता ॥
सबके मन की जानन हारी ।
जग जननी सबकी महतारी ॥
2- तेरी जोत जलाता रहूं मैं
हरदम तुझे ध्याता रहूं मै ॥
कई नामों से तुझे पुकारा ।
मुझे एक है तेरा सहारा ॥
3- कही पहाड़ों पर है डेरा ।
कई शहरों में तेरा बसेरा ॥
हर मन्दिर में तेरे नजारे ।
गुण गाए तेरे भक्त प्यारे ॥
4- भक्ति अपनी मुझे दिला दो
शक्ति मेरी बिगड़ी बना दो
इन्द्र आदि देवता मिल सारे
करे पुकार तुम्हारे द्वारे ॥
5- दुष्ट दैत्य जब चढ़ कर आए ।
तू ही खण्ड हाथ उठाए ।
दासों को सदा बचाने आयी ।
भक्त की आस पुजाने आयी ॥
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