आरती देवी चन्द्रघण्टा जी की
- आरती देवी चन्द्रघण्टा जी को समर्पित है, देवी चन्द्रघण्टा माता पार्वती के नौ अवतारों में से एक है, और नवरात्रि के तीसरे दिन इनकी पूजा की जाती है ।
॥ आरती देवी चन्द्रघण्टा जी की ॥
1- जय माँ चन्द्रघण्टा सुख धाम ।
पूर्ण कीजो मेरे काम ॥
चन्द्र समाज तू शीतल दाती ।
चन्द्र तेज किरणों में समाती ॥
2- मन मालक मन भाती हो ।
चन्द्रघण्टा तुम वर दाती हो ॥
सुन्दर भाव को लाने वाली ।
हर संकट में बचाने वाली ॥
3- हर बुधवार को तुझे ध्याये ।
श्रद्दा सहित तो विनय सुनाए
मूर्ति चन्द्र आकार बनाए ।
सन्मुख घी की ज्योत जलाएं ।।
4- शीश झुका कहे मन की बाता
पूर्ण आस करो जगत दाता ॥
कांचीपुर स्थान तुम्हारा ।
कर्नाटिका में मान तुम्हारा ॥
5- नाम तेरा रटू महारानी ।
भक्त की रक्षा करो भवानी ॥
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