Header Ads Widget

Ticker

6/recent/ticker-posts

आरती देवी कुष्मांडा की // aarati devi kushamanda ki

 आरती देवी कुष्मांडा की

यह आरती देवी कुष्मांडा को समर्पित है । देवी कुष्मांडा पार्वती के नौ अवतारों में से एक है । और नवरात्रि के चौथे दिन इनकी पूजा की जाती है ।

आरती देवी कुष्मांडा की

1- कूष्माण्डा जय जग सुखदानी । 

मुझ पर दया करो महारानी ॥ 

पिङ्गला ज्वालामुखी निराली । 

शाकम्बरी माँ भोली भाली ॥ 


2- लाखों नाम निराले तेरे । 

भक्त कई मतवाले तेरे ॥ 

भीमा पर्वत पर है डेरा । 

स्वीकारो प्रणाम ये मेरा ॥ 


3- सबकी सुनती हो जगदम्बे 

सुख पहुँचती हो माँ अम्बे ॥ 

तेरे दर्शन का मैं प्यासा 

पूर्ण कर दो मेरी आशा ॥  


4- माँ के मन में ममता भारी । 

क्यों ना सुनेगी अरज हमारी 

तेरे दर पर किया है डेरा । 

दूर करो माँ संकट मेरा ॥ 


5- मेरे कारज पूरे कर दो । 

मेरे तुम भंडारे भर दो ॥ 

तेरा दास तुझे ही ध्याए । 

भक्त तेरे दर शीश झुकाए ॥


यह भी पड़े - आरती देवी चन्द्रघण्टा की

                 आरती देवी ब्रह्मचारिणी की

     

 


             

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ