शैलपुत्री माँ बेल असवार आरती
यह आरती देवी शैलपुत्री को समर्पित है, देवी शैलपुत्री माता पार्वती जी के नौ अवतारों में से एक है, और नवरात्रि के पेहले दिन इनकी पूजा - आरती की जाती है ।
आरती देवी शैलपुत्री की
मुखड़ा - शैलपुत्री माँ बेल असवार ।
करे देवता जय - जयकार ।।
शिव - शंकर की प्रिय भवानी ।
तेरी महिमा किसी ने न जानी ।।
1- पार्वती तू उमा कहलावे ।
जो तुझे सुमिरे सो सुख पावे ।।
रिद्धि - सिद्धि परवान करे तू ।
दया करे धनवान करे तू ।।
2- सोमवार को शिव संग प्यारी ।
आरती जिसने तेरी उतारी ।।
उसकी सगरी आस पुजा दो ।
सगरे दुख तकलीफ मिटा दो ।।
3- घी का सुंदर दीपक जलाके ।
गोला गरी का भोग लगाके ।।
श्रद्धा - भाव से मन्त्र जपाये ।
प्रेम सहित फिर शीश झुकाये ।।
4- जय गिरिराज किशोरी अम्बे ।
शिव मुख चन्द्र किशोरी अम्बे ।।
मनोकामनां पूर्ण कर दो ।
चमन सदा सुख सम्पत्ति भरदो ।।
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