साखी-1- कौन ज्ञान की म्यान है
कौन शब्द की धार
कौन पुरुष का देश है
कैसे करे दीदार ।
2- सिंहल ज्ञान की म्यान है
सहस्त्र शब्द की धार
गगन पुरुष का देश है
सन्त करे दीदार ।
भजन
टेक- जो तू बात चमण्ड की करता
मेरा सुन प्रश्न बानी ।
इस बानी का भेद बताना
तब समझो पूरा ज्ञानी ।
1- प्रथम कहो एक क्या कहिए
दूजा कोन लगा है साथ
तीजा त्रिगुण कैसे उत्तपन्न
यह भी भेद बताना भ्रात
चारो खानी चारो बानी
चार अवस्था जुग है चार
चार वेद पद अंतः करण है
चार पदार्थ कहे समझार
भिन्न करके भेद बताना
सहज ही मिटे ऐंचातानी ।
2- पांच तत्व रंग पांच कहिए
पांच कोष का कहो विस्तार
पांचो मुद्रा बता कोन सी
पांच विषय कहो ततसार
पांचो प्राण मुख कहिजे
उप प्राण है पांच
मय प्रमाण अर्थ बतलावे
जद आवे मेरे मन को साँच
पांचो मुक्ति प्रकट जग में
कहो कोन सी तुम मानी ।
3- छऊ अंग वेद का कहिए
छः भृकुटि छऊ विकार
छऊ लिंग और छऊ दर्शन है
और बताना छऊ आकार
सात धात और सात समुद्र
सप्त भोम का करो बखान
सात शून्य का भेद बताना
जो तू पूरा है विद्वान
जो तू भेदी है निर्गुण का
तुम से बात नही छानी ।
4- आठ कर्म और आठ कमल है
आगे कोन बता भाई
नो नाड़ी का बता ठिकाना
कहाँ रहती काया माई
दस देवी और दसो देवता
दसो कहिए दोय द्वार
कितनी अंग पर रोम कहिए
और बताना अपरम्पार
हद बेहद क्या वस्तु है
सन्त सूरत कहाँ पे तानी
5- गाल गपोड़ा बाग बिन घोड़ा
ऐसे काम चले नाही
पेहले इनका भेद बताना
तब आगे गाना भाई
ताल खँजरी साज-बाज
और चौतारा रखजा भाई
गाना बजाना बंद तुम्हारा
सत्संग और मण्डली माई
जीवाराम जी प्रश्न करता
कितना पवन कितना पानी ।
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