टेक- मरुधर में ज्योत जगाय गयो
बाबो धवली ध्वजा फेहराय गयो
म्हारो सांवरियो बनवारी
बण्यो निकलँग नेजाधारी
भगता रे कारण अजमल घर अवतार लियो
कसुमल केशरिया बागा रो शिणगार कियो ।
1- राजा अजमल पूण्य कमायो
थाने पुत्र रूप में पायो
मैणादे लाल लड़ायों
मायड़ बण दूध पिलायो
भादुडा री दूज ने आय रियो
चानणिया सु चमकाय रयो
बाई सुगणा आरती गावे
भाटी हरजी चँवर डुलावे
श्री लक्ष्मी रूप नेतलदे
संग में ब्याव कियो
कसुमल केशरिया बागा रो शिणगार कियो ।
2- बाबो हिन्दुवा पीर कहायो
रूणिचा नगर बसायो
कोई ऊंचो ना कोई नीचो
सब भेदभाव ने मिटायो
धोरा री धरती में आय गयो
तंदुरा तान बजाय गयो
बाबो तुर्रा कलँगी नेजा धारी
लीला घोड़ा री असवारी
कलजुग में बाबा पगल्या ने पूजवाय गयो
कसुमल केसरिया बागा रो शिणगार कियो ।
3- बाबो बिछड्या मित मिलावे
बाबो मन री आस पुरावे
भक्ता री लाज बचावे
जो ध्यावे परचा पावे
हरजी भाटी गुण गाई गयो
गोपालों शरणे आई गयो
बाबो निकलँग नेजा धारी
जारी कीरत जग में भारी
शरणे आयोडा भक्ता रो उद्धार कियो
कसुमल केशरिया बागा रो शिणगार कियो ।
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